Tuesday, July 3, 2012

नियुक्त किये जायेंगे 1.70 लाख शिक्षक

सभी टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के नियोजित होने की संभावना
पटना (एसएनबी)। राज्य के प्रारंभिक स्कूलों में 1 लाख 70 हजार शिक्षकों का नियोजन होगा। इसमें 46 हजार माध्यमिक स्कूलों में तथा करीब 1 लाख 24 हजार प्राथमिक स्कूलों में बहाली होगी। इन रिक्तियों के आधार पर सभी टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के नियोजन हो जाने की संभावना है। संस्कृत शिक्षकों का पद केवल मध्य विद्यालयों वर्ग छह से आठ के लिए दिये जायेंगे। िफ ल्ा हा ल्ा शिक्षा विभाग ने एक अगस्त से 30 अगस्त तक आवेदन जमा करने की तिथि तय की है। इधर माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक स्कूलों में नियोजन कैलेन्डर कल मंगलवार को जारी होगा। टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों में 147984 अभ्यर्थियों की संख्या रही। जिसमें 110649 पुरूष तथा 37335 महिला अभ्यर्थी उत्तीर्ण हुए हैं। इस परीक्षा में प्रथम एवं
द्वितीय पत्रों को मिलाकर कुल 2680337 अभ्यर्थी सम्मिलित हुए हैं। शिक्षा विभाग के संयुक्त सचिव एवं प्रवक्ता रामशरणागत सिंह ने बताया कि छह जुलाई को होने वाली बैठक में जिलावार रिक्तियों की सूची जारी कर दी जायेगी। इस बैठक में नियोजन प्रक्रिया से संबंधित दिशा-निर्देश भी जारी किया जायेगा। उन्होंने बताया कि 20 जुलाई के बाद टीईटी और एसटीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के प्रमाण पत्र वितरण का कार्य होगा। उन्होंने बताया कि एसटीईटी विशेष परीक्षा के परिणाम भी 16 जुलाई तक आ जायेंगे। आवेदन जमा नियोजन इकाईयों में होगा। इस कैलेन्डर पर मंत्री और विभागीय प्रधान सचिव का अनुमोदन हो चुका है। प्रवक्ता ने बताया कि जिला के विभिन्न नियोजन इकाईयों में रिक्त पदों एवं विभागों द्वारा उपलब्ध कराये गये पदों को जिला पदाधिकारी के द्वारा रोस्टर क्लीयर कराकर विभिन्न नियोजन इकाईयों को समय पर वितरित कर दिया जायेगा। पदों का वितरण आवश्यकतानुसार किया जायेगा। टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों से प्राथमिक कक्षाओं (वर्ग एक से पांच) के लिए अलग तथा उच्च प्राथमिक कक्षाओं (वर्ग छह से वर्ग आठ) के लिए अलग आवेदन लिये जायेंगे। प्राथमिक कक्षाओं के लिए निम्नांकित तीन विषयों के शिक्षक पद के नियोजन हेतु शैक्षणिक योग्यता होगी। सामान्य विषय के शिक्षक के लिए इंटरमीडिएट,उर्दू भाषा के शिक्षक के लिए बिहार मदरसा शिक्षा बोर्ड द्वारा प्रदत्त मौलवी अथवा उर्दू योग्यताधारी अभ्यर्थी को सौ अंकों के उर्दू में इंटरमीडिएट उत्तीर्ण तथा बांग्ला भाषा के शिक्षक के लिए शैक्षणिक योग्यता सौ अंकों का बांग्ला भाषा में उत्तीर्ण रखा गया है। इसी प्रकार उच्च प्राथमिक कक्षाओं (मध्य विद्यालय) के लिए आवश्यकतानुसार स्नातक गणित एवं विज्ञान के शिक्षक के लिए गणित,भौतिकी,रसायन तथा रसायन एवं जीव विज्ञान रखा गया है।
source: samaylive.com

Friday, May 18, 2012

12 साल के लड़के का कमाल, IIT में बजाया डंका

पटना। जयपुर में पढ़ रहे बिहार के रहने वाले एक स्टूडेंट ने महज 12 साल की उम्र में IIT JEE पास कर अनोखा रेकॉर्ड बनाया है। यह कमाल किया है बिहार के भोजपुर के बखोरापुर के सिद्धनाथ सिंह के बेटे सत्यम कुमार ने। सत्यम को 8137वां रैंक मिली है।

इससे पहले 2010 में दिल्ली के सहल कौशिक ने 14 साल की उम्र में IIT JEE एग्जाम पास किया था। सत्यम की डेट ऑफ बर्थ 20 जुलाई 1999 है। उसके पिता सिद्धनाथ सिंह किसान और मां प्रमिला देवी हाउस वाइफ हैं।

सत्यम राजस्थान के कोटा में अपने चाचा रामपुकार सिंह के साथ रहकर पढ़ रहे हैं। सत्यम ने राजस्थान बोर्ड से आठवीं, 10वीं और 12वीं की परीक्षा पास की। सत्यम के पिता ने बिहार बोर्ड से एग्जाम में बैठने की इजाजत मांगी थी, लेकिन कम उम्र के कारण बोर्ड ने इनकार कर दिया।

सत्यम को राजस्थान डायट ने आठ साल की उम्र में आठवीं बोर्ड परीक्षा में बैठने की इजाजत दी। सत्यम अपनी रैंक से संतुष्ट नहीं हैं। सत्यम के मुताबिक वह इस बार एडमिशन नहीं लेंगे। 
 
source: navbharattimes.com

Saturday, May 5, 2012

चारा घोटाला मामले में 34 लोगों को सजा

केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की एक अदालत ने लाखों रुपयों के चारा घोटाला मामले में शनिवार को 34 लोगों को एक से छह साल तक के कारावास की सजा सुनाई |

डी.सी. रे की सीबीआई अदालन ने दोषियों पर 10,000 से लेकर 300,000 रुपये तक का जुर्माना भी लगाया है. यह मामला 80 के दशक में रांची में दोरांदा राजकोष से अवैध तरीके से छह करोड़ रुपये से ज्यादा की राशि निकाले जाने से सम्बंधित है |

जिन 34 लोगों को सजा सुनाई गई है, उनमें से 12 पशुपालन विभाग से हैं और 16 चारे के आपूर्तिकर्ता हैं. मामले में 54 अभियुक्त थे. इनमें से 17 की सुनवाई के दौरान मौत हो चुकी है. एक ने सीबीआई का गवाह बनना स्वीकार कर लिया जबकि दो भगोड़े हैं |

सीबीआई की एक अदालत ने चारा घोटाले से सम्बंधित एक और मामले में गुरुवार को 69 लोगों को दोषी करार दिया था |

बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव व जगन्नाथ मिश्र भी घोटाले से सम्बंधित पांच मामलों में अभियुक्त हैं |

रांची की सीबीआई अदालतों में उनकी सुनवाई जारी है. मामले में 1997 में यादव के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी होने के बाद उन्हें मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ गया था |

90 के दशक के अविभाजित बिहार में चारा घोटाला उस वक्त सुर्खियों में छा गया था, जब अधिकारियों व राजनेताओं पर पशुओं का चारा खरीदने के नाम पर जनता के पैसे का गैरकानूनी तरीके से इस्तेमाल करने का आरोप लगा |