Friday, May 18, 2012

12 साल के लड़के का कमाल, IIT में बजाया डंका

पटना। जयपुर में पढ़ रहे बिहार के रहने वाले एक स्टूडेंट ने महज 12 साल की उम्र में IIT JEE पास कर अनोखा रेकॉर्ड बनाया है। यह कमाल किया है बिहार के भोजपुर के बखोरापुर के सिद्धनाथ सिंह के बेटे सत्यम कुमार ने। सत्यम को 8137वां रैंक मिली है।

इससे पहले 2010 में दिल्ली के सहल कौशिक ने 14 साल की उम्र में IIT JEE एग्जाम पास किया था। सत्यम की डेट ऑफ बर्थ 20 जुलाई 1999 है। उसके पिता सिद्धनाथ सिंह किसान और मां प्रमिला देवी हाउस वाइफ हैं।

सत्यम राजस्थान के कोटा में अपने चाचा रामपुकार सिंह के साथ रहकर पढ़ रहे हैं। सत्यम ने राजस्थान बोर्ड से आठवीं, 10वीं और 12वीं की परीक्षा पास की। सत्यम के पिता ने बिहार बोर्ड से एग्जाम में बैठने की इजाजत मांगी थी, लेकिन कम उम्र के कारण बोर्ड ने इनकार कर दिया।

सत्यम को राजस्थान डायट ने आठ साल की उम्र में आठवीं बोर्ड परीक्षा में बैठने की इजाजत दी। सत्यम अपनी रैंक से संतुष्ट नहीं हैं। सत्यम के मुताबिक वह इस बार एडमिशन नहीं लेंगे। 
 
source: navbharattimes.com

Saturday, May 5, 2012

चारा घोटाला मामले में 34 लोगों को सजा

केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की एक अदालत ने लाखों रुपयों के चारा घोटाला मामले में शनिवार को 34 लोगों को एक से छह साल तक के कारावास की सजा सुनाई |

डी.सी. रे की सीबीआई अदालन ने दोषियों पर 10,000 से लेकर 300,000 रुपये तक का जुर्माना भी लगाया है. यह मामला 80 के दशक में रांची में दोरांदा राजकोष से अवैध तरीके से छह करोड़ रुपये से ज्यादा की राशि निकाले जाने से सम्बंधित है |

जिन 34 लोगों को सजा सुनाई गई है, उनमें से 12 पशुपालन विभाग से हैं और 16 चारे के आपूर्तिकर्ता हैं. मामले में 54 अभियुक्त थे. इनमें से 17 की सुनवाई के दौरान मौत हो चुकी है. एक ने सीबीआई का गवाह बनना स्वीकार कर लिया जबकि दो भगोड़े हैं |

सीबीआई की एक अदालत ने चारा घोटाले से सम्बंधित एक और मामले में गुरुवार को 69 लोगों को दोषी करार दिया था |

बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव व जगन्नाथ मिश्र भी घोटाले से सम्बंधित पांच मामलों में अभियुक्त हैं |

रांची की सीबीआई अदालतों में उनकी सुनवाई जारी है. मामले में 1997 में यादव के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी होने के बाद उन्हें मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ गया था |

90 के दशक के अविभाजित बिहार में चारा घोटाला उस वक्त सुर्खियों में छा गया था, जब अधिकारियों व राजनेताओं पर पशुओं का चारा खरीदने के नाम पर जनता के पैसे का गैरकानूनी तरीके से इस्तेमाल करने का आरोप लगा |